
Hoth Rasiley
Lyrics
पंखुड़ियाँ ये गुलाब की सी हैं
हाय मस्तियाँ ये शराब की सी हैं
पंखुड़ियाँ ये गुलाब की सी हैं
मस्तियाँ ये शराब की सी हैं
लोग मेरी अदा पे मरते हैं
जान मुझपे निसार करते हैं
तो आजा तो आजा
तो आजा साथ जी ले
होंठ रसीले तेरे होंठ रसीले
होंठ रसीले तेरे होंठ रसीले
दिल कहता है मेरा ये रस पी ले
होंठ रसीले तेरे
वाह वाह वाह वाह क्या सवाद
लुट गए रे दिल के नवाब
लाजवाब
जाम जब ये छलकने लगता है
हाय, जो भी देखे बहकने लगता है
जाम जब ये छलकने लगता है
जो भी देखे बहकने लगता है
शहर में हर तरफ है ये चर्चा
तेरा जलवा बला का है जलवा
मेरी अदाएँ सब से निराली
दिलों को हिला के रखने वाली
दीवाने हैं तेरे सारे छैल छबीले
होंठ रसीले तेरे
मेरी बातों में फूल झड़ते हैं
दिल मेरे इश्क़ में बिगड़ते हैं
तेरी चाहत में जो मचलते हैं
बन के परवाने वही जलते हैं
मैं हूँ बिजुरिया, बाँकी बिजुरिया
किस से मिलाऊँ कातिल नजरिया
जो तेरी चाहत की चाहत में जी ले
होंठ रसीले तेरे (होंठ रसीले तेरे)
Writer(s): ANAND RAAJ ANAND, IBRAHIM ASHQ
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Hoth Rasiley
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